Love Shayari

Love Shayari in Hindi | Romantic Shayari & Love quotes in Hindi

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LOVE SHAYARI IN HINDI

Love shayari in hindi romantic quotes
Love Shayari in Hindi | Romantic Shayari & Love quotes in Hindi

ना कोई किसी से दूर होता है,

ना कोई किसी के करीब होता है,

वो खुद ही चल के आता है,

जो जिसके नसीब में होता है।


मिले तो हजारों लोग थे ज़िंदगी मे,

पर वो सबसे अलग था जो किस्मत में नही था।


तेरा साथ हे तो मुझे क्या कमी है,

तेरी हर मुस्कान से मिली मुझे खुशी है,

मुस्कुराते रहना इसी तरह हमेशा,

क्योकि तेरी इस मुस्कान मैं मेरी जान बसती है।


आँखों की गहराई में तेरी खो जाना चाहता हूँ ,

आज तुझे बाँहों में लेकर सो जाना चाहता हूँ ,

तोड़ कर हदे मैं आज अपना तुझे बना लेना चाहता .


अगर तुम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता,

तुम्हारे चहरे को कमल कौन कहता,

यह तो करिश्मा है मोहब्बत का,

वरना पत्थर को ताज महल कौन कहता।


पहली मोहब्बत मेरी हम जान न सके,

प्यार क्या होता है हम पहचान न सके,

हमने उन्हें दिल में बसा लिया इस कदर कि,

जब चाहा उन्हें दिल से निकाल न सके।


प्यार करते हो मुझसे तो इज़हार कर दो,

अपनी मोहब्बत का ज़िक्र आज सारे आम कर दो,

नही करते अगर प्यार तो इनकार कर दो,

ये लो मेरा मासूम दिल इसके टुकड़े हज़ार कर दो।


सिर्फ नज़दीकियों से मोहब्बत हुआ नही करती,

फासले जो दिलो में हो तो फिर चाहत हुआ नही करती,

अगर नाराज़ हो खफा हो तो शिकायत करो हमसे,

खामोश रहने से दिलो की दूरियां मिटा नही करती।


मोहब्बत तो सिर्फ एक इत्तेफाक है,

ये तो दो दिलों की मुलाकात है,

मोहब्बत ये नहीं देखती कि दिन है या रात है,

इसमें तो सिर्फ वफादारी और जज़्बात है।


काश एक दिन ऐसा भी आये,

हम तेरी बाहों में समा जाएँ,

सिर्फ हम हो और तुम हो,

और वक्त ही ठहर जाए।


मेरी हर खुशी हर बात तेरी है,

मेरी साँसों में बसी वो महक तेरी है,

इक पल भी नही रह सकते बिन तेरे,

धड़कनो से निकलती हर आवाज़ तेरी है।


चल रहे हैं जमाने में रिश्वतों के सिल-सिले,

तुम भी कुछ ले दे कर मुझसे मोहब्बत कर लो​।


खुशबू बनकर तेरी साँसों में शमा जायेंगे,

सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जायेंगे,

महसूस करने की कोशिश तो कीजिये एक बार,

दूर रहते हुए भी पास नजर आएंगे।


हाथों से यूँ अपने चेहरे को छुपाते क्यों हो,

मुझसे शर्माते हो तो सामने आते क्यों हो,

तुम भी मेरी तरह कर लो इकरार-ए-वफ़ा अब,

मोहब्बत करते हो तो फिर प्यार छुपाते क्यों हो?


दिल की किताब में गुलाब उनका था,

रात की नींदों में ख्वाब उनका था,

कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,

मर जायेंगे तुन्हारे बिना ये जबाब उनका था।


सफ़र वहीं तक है जहाँ तक हो तुम,

नज़र वहीं तक है जहाँ तक हो तुम,

हजारों फूल देखें हैं इस गुलशन में मगर,

खुशबू वहीं तक है जहाँ तक हो तुम।


चाह कर भी जुदा न रह सकोगे,

खफा हो के भी न खफा रह सकोगे,

हम रिश्ता ही कुछ ऐसे निभाएंगे,

कि आप हमारे बिना न रह सकोगे।


कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है,

कोई कहता है प्यार सजा बन जाता है,

पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से,

तो प्यार जीने कि बजह बन जाता है।


फिजा में महकती शाम हो तुम,

प्यार का छलकता जाम हो तुम,

सीने में छुपाये फिरते हैं,

मेरी जिंदगी का दूसरा नाम हो तुम।


सुकून मिलता है जब बात होती है,

हज़ार रातों में वो एक रात होती है,

निगाह उठा कर जब देखते हैं वो मेरी तरफ,

मेरे लिए वही पल पूरी कायनात होती है।


तुझे ख्वाबो में पाकर दिल का करार खो जाता है,

जितना रोकूँ खुद को तुझ से प्यार हो ही जाता है।


मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इनकार नहीं,

कैसे कह दूँ कि मुझे तुमसे प्यार नहीं,

कुछ शरारत तो तेरी नजरों में भी थी,

मैं अकेला ही तो इसका गुनहागार नहीं।


अच्छा लगता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ,

जैसे कोई खुबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।


निकला करो इधर से भी होकर कभी कभी,

आया करो हमारे भी घर पर कभी कभी,

माना के रूठ जाना यूँ आदत है आपकी,

लगते मगर हैं अच्छे ये तेवर कभी कभी।


ज़िन्दगी बन गए हो तुम मेरी,

आरज़ू बन गए हो तुम मेरी,

मेरा खुदा मुझे माफ़ करे,

बंदगी बन गए हो तुम मेरी।


मेरे वजूद में काश तू उतर जाये,

मैं देखूं आइना और तू नज़र आये,

तू हो सामने और वक़्त ठहर जाये,

और तुझे देखते हुए ज़िन्दगी गुजर जाये।


आपके आने से ज़िन्दगी कितनी ख़ूबसूरत है,

दिल में बसी है जो वो आपकी ही मूरत है,

दूर नहीं जाना हमसे कभी भूलकर भी,

हमे हर कदम पर बस आपकी जरुरत है।


तरीका मेरे क़त्ल का तुम एक यह भी ईजाद करो,

मर जाऊं मैं हिचकियों से मुझे इतना याद करो।


संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा,

मेरे इस दिल में ऐ सनम तेरे ख्वाब सजाऊंगा,

आजमा के देख ले तेरे दिल में बस जाऊंगा,

प्यार का प्यासा हूँ तेरे आगोष में सिमट जाऊंगा।


मुझको फिर वोही सुहाना नजारा मिल गया,

इन आँखों को दीदार तुम्हारा मिल गया,

अब किसी और की तमन्ना क्यों मैं करूँ,

जब मुझे तेरी बाँहों का सहारा मिल गया।

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