
Funny Shayari in Hindi
मुझसे वो कहती है कि तुम्हारी जिन्दगी
को जन्नत बना दूंगी जब की बनाना उसे दाल –
चावल भी नही आता

तेरी दुनिया में कोई गम न हो,
तेरी खुशियाँ कभी कम न हों,
भगवान तुझे ऐसी आइटम दे,
जो सनी लिओने से कम न हो।

गर्लफ्रेड : अरे जानु कोई फनी शायरी सुनाओ ना
बॉयफ्रेंड – डायन सा चेहरा तेरा
चूडेल सी तेरी मुस्कान है
रंग तेरा देख के
रूप तेरा देख के
भेंस भी हैरान है

उनके गम में जो पी ली शराब,
फिर जो हुई तबियत ख़राब,
दे टट्टी, दे पेशाब – दे टट्टी, दे पेशाब

पति – मुझे अजीब सी बीमारी हुई है
मेरी बीवी जब बोलती है तो मुझे सुनाई नहीं देता
हकीम – माशाल्लाह ये बीमारी नहीं
ये तुम पर खुदा की रहमत

न जाने कब कोई अपना रुठ जाये
न जाने कबकोई अश्क आँखों से छूटजाये
कुछ पल हमारे साथभी मुस्कुरा लिया करो ऐ दोस्त
न जाने कब तुम्हारे दांत टूट जाये

हम इश्क़ में कमाल करते हैं !
I Love U लिखकर Send To All करते हैं !!

ये जो लड़कियों के बाल होते हैं,
लड़कों को फ़साने का जाल होते हैं,
खून चूस लेती हैं लड़कों का सारा,
तभी तो इनके होंठ लाल होते हैं।

उसने कहा कि मुझे मोहब्बत की सजा दो !
मैंने जाके सब कुछ उसकी मम्मी को बता दिया !!

पलट दूँगा सारी दुनिया मैं ए खुदा
बस रजाई में से निकलने की ताकत दे दे

टीचर- बच्चो सब अपना अपना नाम और पसन्द बताओ
1) लङका- हमार नाम छोटू है हमका जिलेबी पसन्द है
2) लङका- हमार नाम गोलू है हमका भी जिलेबी पसन्द है
3) लङका- हमर नाम मोनू है हमका भी जिलेबी पसन्द है
टीचर- सबकी पसन्द एक है बहुत अच्छा
टीचर- लङकी तुम्हारा नाम
लङकी- हमारा नाम जिलेबी है
टीचर बेहोश

इश्क करो वफ़ा करो
और फिर भी वो भाव खाये
तो उसे अपनी जिंदगी से
दफा करो !

मत कर मेरे दोस्त हसीना से मोहब्बत,
वो तो आँखों से वार करती हैं,
मैंने तेरी वाली की आँखों में देखा है,
वो तो मुझ से भी प्यार करती है।

बेइज़्ज़ती और बीवी अजीब चीज़ होती है,
गौर फरमाइएगा…
बेइज़्ज़ती और बीवी अजीब चीज़ होती है,
अच्छी तभी लगती है जब दूसरे की होती है।

जब देखा उन्होंने तिरछी नजर से,
कसम खुदा की मदहोश हो गए हम,
जब पता चला नजर ही तिरछी है,
तो वही खड़े-खड़े बेहोश हो गए हम।

तुम्हें क्या पता गम क्या होता है,
तुम्हें क्या पता गम किसे कहते हैं,
तुम्हें क्या पता गम क्या चीज है,
क्यूंकि…
तुमने तो हमेशा थूक से चिपकाया है!

शादी करनी थी पर किस्मत खुलती नहीं,
ताज बनाना था पर मुमताज़ मिलती नहीं,
एक दिन किस्मत खुली और शादी हो गयी,
अब ताज बनाना है पर मुमताज़ मरती नहीं।

ऐ खुदा हिचकियों में
कुछ तो फर्क डाला होता,
अब कैसे पता करूँ के
कौन सी वाली याद कर रही है।

असमान में काली घटा छाई है,
आज फिर तूने गर्लफ्रेंड से मार खाई है,
मगर इसमें तेरी गलती नहीं है दोस्त,
तू शकल से लगता कालू हलवाई है।

कभी मुर्गा तो कभी बत्तख बना देता है,
पता नहीं ये मास्टर मुझसे किस बात का बदला लेता है।
